पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ईडी ने शराब घोटाले में किया गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में बड़ी कार्रवाई, भिलाई स्थित घर पर छापेमारी के बाद गिरफ्तारी

छत्तीसगढ़ में कथित करोड़ों रुपये के शराब घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी भिलाई के सुपेला क्षेत्र में स्थित बघेल परिवार के आवास पर हुई छापेमारी के कुछ ही घंटों बाद की गई। ईडी इस मामले में धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत जांच कर रही है और ताजा सबूत मिलने के बाद कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

ईडी अधिकारियों ने बताया कि चैतन्य बघेल के खिलाफ पहले से ही जांच चल रही थी और नई जानकारी के आधार पर शुक्रवार सुबह बघेल निवास पर दबिश दी गई। कार्रवाई के दौरान घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। इस बीच कांग्रेस के कई समर्थक और कार्यकर्ता वहां एकत्रित हो गए और ईडी की कार्रवाई का विरोध करते नजर आए।

प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि चैतन्य बघेल की कथित संलिप्तता एक ऐसे शराब घोटाले में है, जिसमें राज्य के आबकारी विभाग के माध्यम से कई सौ करोड़ रुपये के घोटाले की आशंका जताई गई है। जांच एजेंसी को संदेह है कि अवैध रूप से शराब बिक्री से अर्जित धन को वैध बनाने की कोशिश की गई और इसमें कई प्रभावशाली लोग शामिल हैं। ईडी ने इस सिलसिले में पहले भी मार्च 2025 में चैतन्य बघेल के खिलाफ छापेमारी की थी, लेकिन इस बार कथित तौर पर मिले डिजिटल और वित्तीय दस्तावेजों के आधार पर गिरफ्तारी की गई।

राजनीतिक हलकों में इस कार्रवाई को लेकर घमासान मच गया है। कांग्रेस ने इस गिरफ्तारी को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है और केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि उनके परिवार को निशाना बनाकर छत्तीसगढ़ की राजनीतिक स्थिरता को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, “यह गिरफ्तारी पूरी तरह से दुर्भावनापूर्ण है और भाजपा सरकार की बौखलाहट को दर्शाती है।”

वहीं, भाजपा नेताओं ने ईडी की कार्रवाई को कानून सम्मत और तथ्यों पर आधारित बताया है। उनका कहना है कि अगर किसी ने भ्रष्टाचार किया है, तो जांच और सजा से बच नहीं सकता, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न रहा हो। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि “जो भी लोग इस शराब घोटाले में दोषी पाए जाएंगे, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि छत्तीसगढ़ की जनता को न्याय मिल सके।”

ईडी इस समय पूरे मामले से जुड़े वित्तीय लेनदेन, फर्जी कंपनियों, और बैंक खातों की बारीकी से जांच कर रही है। एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अवैध शराब व्यापार से होने वाली कमाई को किन-किन माध्यमों से सफेद धन में बदला गया और उसमें किस स्तर के अधिकारी और राजनेता शामिल थे।

यह मामला छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल पैदा कर चुका है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियों या नए खुलासों की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। चैतन्य बघेल को फिलहाल रिमांड पर लिया गया है और ईडी उनसे पूछताछ कर रही है। मामला अभी विकासशील है और आगे की जानकारी के लिए निगाहें एजेंसी की प्रेस ब्रीफिंग और कोर्ट की सुनवाई पर टिकी हुई हैं।

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