छतरपुर, टीकमगढ़, गुना और अशोकनगर में जलभराव और हादसों का सिलसिला जारी, IMD ने ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की
मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भीषण बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रदेश के कई जिलों में सड़कों पर नदियां बह रही हैं, पुलों के ऊपर से पानी गुजर रहा है और घरों में पानी घुस गया है। छतरपुर, टीकमगढ़, अशोकनगर और गुना जिलों में हालात सबसे ज्यादा गंभीर हैं, जहां कई जगह बाढ़ जैसे दृश्य देखने को मिल रहे हैं।
छतरपुर जिले में धसान नदी उफान पर है, जहां एक पिकअप वाहन बह गया। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दो अन्य लोगों ने वाहन का कांच तोड़कर अपनी जान बचाई। वहीं, बन्ने नदी में 26 वर्षीय युवक पानी के तेज बहाव में बह गया। टीकमगढ़ में जमदार नदी के पुल पर लगभग 3 फीट पानी भर गया, जिससे टीकमगढ़-ललितपुर हाईवे से संपर्क टूट गया है।
शिवपुरी में एक नाले को पार करते समय तीन युवक बाइक समेत बह गए, हालांकि पेड़ों की डालियों का सहारा लेकर उन्होंने अपनी जान बचाई। अशोकनगर जिले में, आरोन रोड स्थित सब्जी मंडी परिसर में 4 फीट तक पानी भर गया, जिससे मंडी में रखी सब्जियां बह गईं और दुकानों को भारी नुकसान हुआ।
सीहोर जिले के रेहटी झोलियापुर में सोलवी नदी में तेज बहाव के कारण एक पूरा परिवार बह गया। वहीं, भोपाल के कोलार डेम में नहाने उतरे दो कॉलेज छात्र डूब गए। इन घटनाओं से बारिश का खतरा और स्पष्ट हो जाता है।
मौसम विभाग ने राज्य के 35 जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है उनमें नीमच, मंदसौर, राजगढ़, आगर-मालवा, विदिशा, गुना, अशोकनगर और शिवपुरी शामिल हैं। इसके अलावा ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार समेत कई जिलों में येलो अलर्ट जारी है।
ग्वालियर में तिघरा डैम के पांच गेट आधी रात को एक बार फिर खोले गए, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की आशंका और बढ़ गई है। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है और आम लोगों से अपील की गई है कि वे जलभराव और नदियों के किनारे न जाएं।
राज्य में बारिश से हालात लगातार बिगड़ रहे हैं और लोगों से सतर्कता बरतने की सख्त जरूरत है।