ईराक के कुत शहर के शॉपिंग मॉल में भीषण आग

60 से अधिक लोगों की मौत और घायल होने की पुष्टि

कुत (ईराक): ईराक के दक्षिणी हिस्से के कुत शहर में स्थित एक पांच मंज़िला शॉपिंग मॉल में देर रात भीषण आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में अब तक कई लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है, जिनमें 50 से अधिक की मौत हो चुकी है और और 11 लोग अभी तक लापता है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे आग की तेज लपटें मॉल की ऊपरी मंजिलों से निकल रही हैं और काले धुएं का गुबार पूरे इलाके में फैल गया है। आग इतनी भीषण थी कि दमकल विभाग की कई गाड़ियां घंटों मशक्कत के बाद भी आग पर पूरी तरह काबू नहीं पा सकीं।

रात के अंधेरे में तबाही का मंजर

यह घटना देर रात हुई, जब मॉल में मौजूद कुछ दुकानों में लाइट जल रही थी और कुछ कर्मचारी भी परिसर में मौजूद थे। अचानक मॉल की ऊपरी मंज़िल पर आग भड़की और देखते ही देखते यह आग अन्य मंज़िलों में फैल गई।

घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि आग लगने के बाद अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए भागते नजर आए। दमकल कर्मियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कई लोगों को बाहर निकाला, लेकिन आग की तीव्रता और धुएं के कारण राहत कार्य में कठिनाई आई।

अब तक 60 से अधिक हताहत, मौतों की संख्या बढ़ सकती है

स्थानीय प्रशासन ने बताया कि अब तक 60 से अधिक लोगों के हताहत होने की जानकारी मिली है, जिनमें 50 से अधिक की मौत हो चुकी है, जबकि कई की हालत गंभीर है और उन्हें पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

कुत के गवर्नर ने घटनास्थल का दौरा करते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं और कहा है कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर सार्वजनिक की जाएगी।

कारणों की जांच जारी, लापरवाही की आशंका

फिलहाल आग लगने के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट में electrical fault या सुरक्षा उपकरणों की विफलता की संभावना जताई जा रही है।

ईराक में इस तरह की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। देश में लंबे समय से अग्निशमन और सुरक्षा व्यवस्था की कमी रही है।

ईराक में अग्निकांड कोई नई बात नहीं

ईराक में सुरक्षा उपायों की कमी के चलते पहले भी कई दर्दनाक हादसे हो चुके हैं। सितंबर 2023 में नीनवे प्रांत के क़रक़ोश शहर में एक विवाह समारोह के दौरान लगी आग में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी।

वहीं, अप्रैल 2021 में बगदाद के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक फटने से भयानक आग लगी थी, जिसमें 82 लोगों की मौत हुई थी। इन घटनाओं ने देश में फायर सेफ्टी और आपातकालीन प्रतिक्रिया व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर किया है।

सरकार पर उठ रहे सवाल

कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिक संगठनों ने इस घटना के बाद सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बार-बार ऐसी घटनाओं के बावजूद कोई ठोस सुधार नहीं हो सका है।

अब देखना होगा कि क्या इस घटना के बाद सरकार कोई ठोस कदम उठाती है या फिर यह भी महज़ एक और दुखद आंकड़ा बनकर रह जाएगा।

पीड़ित परिवारों को मुआवज़े की घोषणा जल्द संभव

सरकार की ओर से अब तक किसी मुआवज़े की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि वासित प्रांत प्रशासन जल्द ही मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए सहायता राशि की घोषणा कर सकता है।

फिलहाल पूरे इलाके में शोक और भय का माहौल है, और लोग मॉल के आसपास जुटकर राहत कार्य की प्रगति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि अफवाहों से बचें और आधिकारिक जानकारी का ही भरोसा करें।

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