चावल से बढ़ता है वजन? जानिए सच्चाई
भारतीय थाली की जान कहे जाने वाले Rice को अक्सर dieting करने वालों की लिस्ट से सबसे पहले बाहर कर दिया जाता है। सोशल मीडिया पर कई फिटनेस इनफ्लुएंसर और तथाकथित हेल्थ एक्सपर्ट इसे मोटापा बढ़ाने वाला करार देते हैं। लेकिन क्या सच में Rice वजन बढ़ाने का कारण है?
फिट इंडिया चैंपियन और हेल्थ कोच सिमरन कौर कहती हैं कि “कोई भी खाना inherently अच्छा या बुरा नहीं होता।” अगर आप संतुलित भोजन ले रहे हैं, जिसमें फाइबर, प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और सीमित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट (जैसे चावल) शामिल हैं, तो चावल खाने से कोई नुकसान नहीं होता। वास्तव में, वजन घटाने (Weight Loss) की प्रक्रिया पूरी तरह आपके कैलोरी इनटेक और लाइफस्टाइल पर निर्भर करती है।
कौन सा चावल है Weight Loss के लिए बेहतर?
जब dieting की बात आती है, तो लोग व्हाइट राइस की जगह ब्राउन, रेड या ब्लैक राइस की ओर रुख करते हैं। और इसका कारण है इन किस्मों में पाया जाने वाला उच्च फाइबर कंटेंट, जो पेट को देर तक भरा रखने में मदद करता है। साथ ही, ये ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाते हैं, जिससे इंसुलिन लेवल में असंतुलन नहीं होता।
लेकिन हेल्थ कोच Simran Kaur यह भी साफ करती हैं कि “सिर्फ चावल का रंग बदल देने से वजन घटाने (weight loss) में कोई खास फर्क नहीं आएगा।” आपकी पूरी डाइट का संतुलन मायने रखता है। यदि आपकी दिनचर्या बिगड़ी हुई है, समय पर खाना नहीं खा रहे हैं, नींद अधूरी है या पानी कम पी रहे हैं, तो केवल ब्राउन राइस खाना भी कोई चमत्कार नहीं करेगा।
Rice खाने का सही समय क्या है ?
एक बड़ा मिथक यह है कि रात में Rice खाना वजन बढ़ाता है। Coach Kaur बताती हैं कि यह सिर्फ आधा सच है। असली फ़र्क पड़ता है आपके पूरे दिन के कैलोरी इनटेक से। अगर आपने पूरे दिन में जरूरत से ज्यादा कैलोरी नहीं ली हैं, और रात में हल्का भोजन किया है, तो चावल लेना नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
फिर भी, बेहतर पाचन और वजन नियंत्रण के लिए सलाह दी जाती है कि रात का भोजन 8 बजे तक कर लिया जाए और खाने के बाद कम से कम 20 मिनट की वॉक जरूर करें। इससे मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं कम होती हैं।

चावल और ब्लड शुगर का रिश्ता
व्हाइट राइस का ग्लायसेमिक इंडेक्स हाई होता है, यानी यह तेजी से ब्लड शुगर बढ़ा सकता है। लेकिन अगर इसे फाइबर और प्रोटीन जैसे तत्वों के साथ खाया जाए—जैसे दाल, पनीर या सब्जियों के साथ—तो इसका असर संतुलित हो जाता है।
डायबिटीज के मरीज भी इसे पूरी तरह त्यागने की बजाय संयम में और सही तरीके से ले सकते हैं। उदाहरण के लिए, Rice का स्टार्च हटाकर या फिर ब्राउन और रेड राइस के सीमित सेवन से ब्लड शुगर को नियंत्रित रखा जा सकता है।
ध्यान रखने योग्य बातें: dieting और चावल का संतुलन
यदि आप वाकई में weight loss के मिशन पर हैं और Rice को अपनी डाइट से निकालने की सोच रहे हैं, तो पहले इन पॉइंट्स पर ध्यान दें:
• डिनर को कभी स्किप न करें – यह आपकी नींद और मेटाबॉलिज्म दोनों को प्रभावित कर सकता है।
• केवल चावल या रोटी को छोड़ना समाधान नहीं है – इससे शरीर में कार्बोहाइड्रेट की कमी हो सकती है।
• हर भोजन में थोड़ा सा कार्बोहाइड्रेट शामिल करें – यह शरीर के लिए आवश्यक ऊर्जा का मुख्य स्रोत है।
• खाने के बाद वॉक को आदत बनाएं – इससे पाचन बेहतर होता है और कैलोरी बर्न होती है।
• संतुलित थाली अपनाएं – जिसमें सलाद, दाल, सब्जी, चावल और थोड़ा फैट संतुलन में हो।