आत्मविश्वास में उछाल से लेकर बेडरूम की चुनौतियों तक — GLP-1 दवाएं अब सिर्फ कमर नहीं, रिश्तों को भी ढाल रही हैं
मूल रूप से टाइप 2 डायबिटीज़ के इलाज के लिए तैयार की गई GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट दवाएं — जैसे Ozempic, Wegovy, Mounjaro और Zepbound — अब तेजी से वजन घटाने के लिए लोकप्रिय हो रही हैं। ये दवाएं ग्लूकागन-लाइक पेप्टाइड-1 नामक हार्मोन की नकल करती हैं, जो भूख और खाने की इच्छा को नियंत्रित करता है। हालांकि इन दवाओं ने लाखों लोगों को सुरक्षित रूप से वजन घटाने में मदद की है, लेकिन अब इनका असर सिर्फ शरीर तक सीमित नहीं रहा — ये रिश्तों और रोमांस की दुनिया को भी प्रभावित कर रही हैं।
बढ़ा आत्मविश्वास, बदलता रोमांस
Kinsey Institute द्वारा किए गए एक सर्वे के अनुसार, जिसमें अमेरिका के 2,000 से अधिक सिंगल लोगों ने हिस्सा लिया, 59% GLP-1 उपयोगकर्ताओं ने बताया कि उनकी डेटिंग लाइफ में बदलाव आया है। लोग खुद को ज्यादा आत्मविश्वासी महसूस करने लगे हैं, डेटिंग ऐप्स पर ज्यादा मैच मिलने लगे हैं, फैशन में दिलचस्पी बढ़ी है, और कुछ तो पुराने प्रेमियों से दोबारा जुड़ गए हैं।
डॉ. अमांडा गेसलमैन के अनुसार, “GLP-1 का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, और ये आज के समय में इंटीमेसी और रिश्तों को फिर से परिभाषित कर रहा है।”
सेक्स लाइफ: हॉट या नॉट?
सेक्सुअल हेल्थ की बात करें तो, 52% लोगों ने कहा कि इन दवाओं ने उनके सेक्स जीवन को प्रभावित किया है। कुछ को जहां अपने शरीर में सहजता और यौन इच्छा में वृद्धि महसूस हुई, वहीं कुछ ने लिबिडो और परफॉर्मेंस में गिरावट की शिकायत की।
सेक्स रिसर्चर डॉ. जस्टिन लेहमिलर बताते हैं, “इन दवाओं का असर कई चीज़ों पर निर्भर करता है — डोज, दवा का प्रकार, वजन घटाने की गति और लाइफस्टाइल में बदलाव।”
GLP‑1 यूज़र्स की असली कहानियाँ
Reddit जैसे प्लेटफॉर्म्स पर शेयर की गई कहानियों से इन दवाओं के असर का जटिल और व्यक्तिगत पहलू सामने आता है:
- “Semaglutide लेने के बाद से सेक्स ड्राइव लगभग खत्म हो गई है।”
- “Ozempic लेने के चार महीने बाद… लिबिडो में काफी इज़ाफा हुआ है। 72 की उम्र में 22 जैसा महसूस हो रहा है।”
- “Mounjaro ने मेरी जिंदगी बदल दी… पिछले छह महीने में जितना सेक्स किया, उतना सालों में नहीं किया था।”
क्या हार्मोनल बदलाव जिम्मेदार हैं?
कुछ वैज्ञानिक शोध भी इस बदलाव की पुष्टि करते हैं, खासकर पुरुषों में। Endocrine Society की एक study के अनुसार, 110 पुरुषों में से जो GLP‑1 दवाओं का उपयोग कर रहे थे, उनमें 18 महीनों में नॉर्मल टेस्टोस्टेरोन लेवल 53% से बढ़कर 77% तक पहुंच गया। इससे यौन इच्छा और प्रदर्शन में सुधार देखा गया। लेकिन कुछ मामलों में मतली, थकावट और डोपामिन के स्तर में कमी जैसी साइड इफेक्ट्स ने सेक्सुअल प्लेजर और इच्छा को कम कर दिया।
रिश्तों की नई भाषा
GLP‑1 दवाओं ने न केवल शारीरिक रूप से बल्कि भावनात्मक और रोमांटिक रूप से भी लाखों लोगों की ज़िंदगी बदल दी है। ये किसी के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाली “लव ड्रग” हैं, तो किसी के लिए लिबिडो कम करने वाली “किलर”। जैसे-जैसे इन दवाओं का उपयोग बढ़ रहा है, वैसे-वैसे यह ज़रूरी हो गया है कि हम खुलकर बात करें — प्यार, वासना और रिश्तों पर इनके अनजाने प्रभावों के बारे में।