यासीन मछली और उसके नेटवर्क पर गंभीर आरोप, क्लब-90 बना था अपराध का अड्डा; पुलिस जांच में चौंकाने वाले खुलासे
भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ड्रग्स तस्करी और लव-जिहाद से जुड़ा एक संगठित रैकेट सामने आया है, जिसने प्रशासन से लेकर आम जन्ता तक को हिला कर रख दिया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि यह नेटवर्क न केवल ड्रग्स तस्करी करता था, बल्कि हाईप्रोफाइल युवतियों को नशे की लत में फंसाकर उनके साथ दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग और जबरन धर्म परिवर्तन की कोशिशों में भी शामिल था।
मुख्य आरोपी यासीन अहमद उर्फ यासीन मछली, जो एक भाजपा नेता शरीफ मछली का रिश्तेदार है, भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन के पास दो पबों में डीजे का कार्य करता था। इन पबों की आड़ में वह चरस और एमडी जैसे खतरनाक नशीले पदार्थों की तस्करी करता था। पुलिस के मुताबिक, यासीन यह ड्रग्स मुंबई, राजस्थान और पंजाब से लाकर भोपाल में आयोजित हाईप्रोफाइल पार्टियों में सप्लाई करता था। इन पार्टियों में युवतियों को मुफ्त में ड्रग्स देकर उन्हें आदी बनाया जाता था और फिर उनके साथ दुष्कर्म किया जाता था।
यासीन के मोबाइल से बरामद वीडियो क्लिप्स इस पूरे नेटवर्क की भय को उजागर करते हैं। पुलिस ने शाहवर और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर इस सिंडिकेट के खिलाफ कई कार्रवाई की हैं। इस मामले में क्लब-90 के मैनेजर मोहित बघेल और संचालक गौरव चौहान को भी हिरासत में लिया गया है।
एक पीड़िता द्वारा पुलिस को दिए गए बयान ने इस रैकेट की परतें और खोल दी हैं। पीड़िता का आरोप है कि टीआईटी कॉलेज का छात्र दिव्यांश अहिरवार, जो खुद को मैनिट का स्टूडेंट बताता था, उससे कोचिंग के दौरान मिला और दोस्ती की। जून महीने में उसे घर छोड़ने के बहाने क्लब-90 ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया गया। वहीं उसने सारिक मछली और क्लब के मैनेजर मोहित बघेल से भी मिलवाया। इसके बाद युवती पर दबाव बनाया गया कि वह सारिक और उसके गुर्गों को “खुश करे”।
युवती का आरोप है कि पुलिस ने शुरुआत में एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया और जब की, तब कोरे कागज पर हस्ताक्षर लेकर अपने अनुसार रिपोर्ट दर्ज की, ताकि आरोपी को जमानत मिल सके। इस मामले में सारिक मछली पर गंभीर आरोप लगे हैं कि वह पुलिस में हस्तक्षेप कर रहा था।
पीड़िता ने यह भी दावा किया कि आरोपी दिव्यांश और उसके सहयोगी न केवल शारीरिक शोषण करते थे, बल्कि वीडियो बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर धर्मांतरण का दबाव भी बनाते थे। दिव्यांश के पास कई अश्लील वीडियो मोबाइल और पैन ड्राइव में मौजूद हैं। उसे नमाज पढ़ने और मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया गया। मना करने पर मारपीट की गई।
पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि यासीन के फार्म हाउस पर एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर पार्टी के दौरान फायरिंग करता नजर आया, जो वीडियो में कैद हुआ है। पुलिस अब तक आधा दर्जन से ज्यादा ड्रग पैडलरों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है।
यह मामला केवल ड्रग्स तस्करी का नहीं, बल्कि एक गहरी साजिश का हिस्सा लगता है, जिसमें संगठित तरीके से युवतियों को निशाना बनाया जा रहा था। भोपाल पुलिस ने अब इस पूरे नेटवर्क पर शिकंजा कसने के लिए जांच तेज कर दी है और कई और गिरफ्तारियों की संभावना जताई है।